खाटू श्याम को प्रसन्न करने के उपाय:-
खाटू श्याम जी को कलयुग का अवतार माना जाता है| जो भी भगत खाटू श्याम की सच्चे दिल से पूजा करते हैं बाबा उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं| श्याम जी का नाम लेने से ही लोगों को उनके दुखों और कष्टों से शांति मिलती है| जो भगत सच्चे मन से खाटू श्याम बाबा का नाम लेते हैं उन पर खाटू श्याम अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं|
1. खाटू श्याम के दर्शन के लिए जाएं:-
अगर आप भी खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए जाना होगा| बाबा का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है| अगर आपको बाबा की विशेष कृपा प्राप्त करनी है तो शुक्ल पक्ष की एकादशी को जाना चाहिए| आप खाटू श्याम बाबा के दर्शन करके उन्हें गुलाब और इत्र अर्पित करें| बहुत से श्रद्धालु श्याम बाबा को प्रसन्न करने के लिए दूध और गुड़ भी चढ़ाते हैं| खाटू श्याम जी के उपाय और उनकी प्रार्थना करने से बाबा बहुत ही खुश होते हैं और आप पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं|
2. एकादशी का व्रत करें:-
1 साल में 24 एकादशी आती है| अगर आप चाहते हैं तो एकादशी का व्रत करने के बाद आप खाटू श्याम बाबा के दर्शन भी कर सकते हैं और खाटू श्याम बाबा का कीर्तन भी करवा सकते हैं|
3. श्याम जी को प्रसन्न करने के लिए उसका मनपसंद भोग लगाएं:-
श्याम बाबा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनका मनपसंद भोग लगाएं जिससे बाबा श्याम जी बहुत ही जल्दी खुश होते हैं| आप भोग लगाने के लिए सबसे पहले गाय का कच्चा दूध ले फिर उसके बाद खीर, चूरमा, खोया और मावे के पेड़े इस्तेमाल करें|
4.खाटू श्याम के नाम से दान करें:-
हारे के सहारे के नाम से जो दान करते हैं उसे बाबा बहुत ही खुश होते है| पर ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि महाभारत युद्ध के भूमि पूजन के लिए खाटू श्याम ने अपना शीश दान कर दिया था तब से बाबा को शीश के दानी के नाम से जाना जाता है| इसी कारण से बाबा श्याम को उनके भक्तों द्वारा दान करना अच्छा लगता है और वह अपने भक्तों का दान किया हुआ दोगुना देते हैं| भगत चाहे तो अपनी इच्छा अनुसार कुछ भी दान कर सकते हैं|
खाटू श्याम बाबा की पूजा करने की विधि:-
खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करने के लिए उसकी पूजा करना भी बहुत ही जरूरी है इससे बाबा बहुत ही खुश होते हैं | लेकिन इसके लिए आपको श्याम बाबा की पूजा विधिपूर्वक करनी होगी | खाटू श्याम बाबा की पूजा विधि के बारे में विस्तार से नीचे दिया गया है |खाटू श्याम बाबा के प्रति उनके भक्तों का विश्वास बहुत ही पक्का है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जो भी खाटू श्याम बाबा से मांगते हैं भगवान उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं | अगर आप बाबा की पूजा विधि के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे साथ इस लेख में बने रहे | खाटू श्याम बाबा की पूजा विधि बहुत ही सरल है इसमें किसी भी सामग्री की जरूरत नहीं पड़ती |
1.सबसे पहले आपको श्याम बाबा की एक मूर्ति को साफ कपड़े से पोंछकर पूजा स्थान पर रखना होगा |
2.फिर आपको पूजा के लिए अगरबत्ती, धूप, घी का दीपक, पुष्प, फूल की माला, कच्चा दूध, प्रसाद आदि सामग्री लेनी होगी |
3.इसके बाद अब आपको श्याम बाबा की मूर्ति को पंचामृत या दही से स्नान करवाना होगा और फिर पंचामृत दही से स्नान करने के बाद वापस से साफ पानी से स्नान करना होगा फिर एक साफ सुथरे कपड़े से मूर्ति को अच्छे से साफ कर ले |
4. अब मूर्ति को अपने मंदिर में स्थापित कर दें और फूल माला चढ़ाएं |
5. अब बाबा के सामने घी का दीपक जला दे और धूप अगरबत्ती आदि से पूजा करें |
6. फिर बाबा को कच्चे दूध का भोग लगे और इसके बाद प्रसाद का भोग लगाएं |
7.अब बाबा के सामने आरती करें |
8.अब इस आखिरी चरण में हम बाबा के सामने हाथ जोड़कर अपनी गलती के लिए प्रार्थना करें |
9. आरती के बाद श्याम जी के नाम का जयकारा लगे जय श्री श्याम, जय खाटू वाले श्याम, जय हो शीश के दानी, जय हो कलयुग देवता, जय हो खाटू नरेश की, जय मोर्वये पुत्र की, जय हो खाटू वाले नाथ की, जय मोरवी नंदन श्याम लला की, लीले के अश्वार की जय, जय हो लखदातार की, हारे के सहारे बाबा श्याम हमारा की जय |
10. इसके बाद श्याम बाबा को याद करते हुए प्रसाद को ग्रहण करें |
श्याम बाबा को प्रसाद चढ़ाने की विधि ओर कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिए:-
1.सबसे पहले श्याम जी को कच्चे दूध का प्रसाद चढ़ाना चाहिए क्योंकि बाबा को कच्चा दूध बहुत ही पसंद है |
2.कच्चे दूध के बाद श्याम बाबा को फिर चूरमा का भोग लगाएं और खीर चूरमा अपने घर से ही बना कर ले जाएं |
3.खाटू श्याम को मावे की मिठाई भी चढ़ा सकते हैं ज्यादातर खाटू श्याम मंदिरों में खोये के पेड़े चढ़ाए जाते हैं |
4.इसके अलावा बाबा को पंचमेवा का भी भोग लगाया जाता है जिसमें काजू, बादाम, छुहारा, किशमिश, मिश्री आदि है |
श्री खाटू श्याम जी की आरती:-
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे ।
तन केसरिया बागो, कुंडल श्रवण पड़े ॥ ॐ जय श्री श्याम …
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे ।
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले ॥ ॐ जय श्री श्याम …
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे ।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे ।
भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे ।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे ।
कहत भक्तजन, मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे ।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे ॥ ॐ जय श्री श्याम …
॥ इति श्री खाटू श्याम आरती संपूर्णम् ॥